Thursday, 9 March 2017

Aaj Woh Aaye


#2604 

आज वो आये मिलने हमसे एक पल के लिए 
आए थे मिलने हमसे या अपना भूला सामान लेने के लिए 

वादा करके गए है आऐंगे फिर मिलने के लिए 
कब कहाँ कैसे ये सब सवाल छोड़ गए हमारे लिए 

ऐ सबमे मशरूफ मेरे हमदम 
कभी मुझको भी कुछ दम 
अपने संग जीने दे 

होश ना हो सूरज चाँद को भी दिन रात का 
ऐसी मुलाक़ात हमे भी तो दे 

कायनात की भी हो जिसपे मोहर 
ऐसी कोई सुबह शाम हमे भी तो दे 

खिला गए फूल फिर नया उस एक पल 
की मुलाक़ात से 
हम तो मुरझा ही चुके थे कबके इन्तज़ार में 

अरसो बाद ही सही ये मुलाक़ात 
ही काफी हैं जीने के लिए 
आज वो आये मिलने हमसे एक पल के लिए 















Thursday, 2 March 2017

Yeh Sapne Hain

WCNC
#2604 

ये सपने है इन सपनो में 
हम तुमसे मोहब्बत कर बैठे 
इल्ज़ाम य देना है तो मुझको दो 
उन सपनो को तुम गुमनाम ना करो 
हम तुमसे मोहब्बत जो कर बैठे 

कुछ लम्हे हैं उन लम्हो में 
हम प्यार तुम्ही से कर बैठे 
खता जो ये की मैंने 
उसका ख़ामोशी से 
इन लम्हो को ये इनाम ना दो 
हम तुमसे मोहब्बत जो कर बैठे 

कुछ बातें है उन बातों में 
हम दिल ये तुम्ही को दे बैठे 
बातें ही तो हैं जो यादें हैं 
इनको अब बदनाम ना करो 
हम तुमसे मोहब्बत जो कर बैठे 

इक़रार जन्मों का कर बैठे 
जो सच है तुम वो देखो 
झूठे वादों में पड़ कर 
हमको अब अन्जान ना करो 
हम तुमसे मोहब्बत जो कर बैठे